कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अपने पिता राजीव गांधी के हत्यारों को माफ कर दिया है। एक सरकारी महिला कालेज में संवाद के दौरान एक छात्रा ने राहुल से सवाल किया, ‘आपके पिता की लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम) ने हत्या कर दी थी, उन लोगों के बारे में आपकी कैसी भावना है?’ इस पर राहुल ने कहा, ‘मेरा किसी के प्रति गुस्सा या नफरत नहीं है। हालांकि मैंने अपने पिता को खो दिया और मेरे लिए यह बहुत कठिन समय था।’
उन्होंने कहा कि यह किसी के दिल को अलग करने जैसा था। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने काफी पीड़ा महसूस की, लेकिन मैं गुस्सा महसूस नहीं करता। मुझे नफरत महसूस नहीं होती। मैंने माफ किया।’ पिता और दादी इंदिरा गांधी को खोने के बावजूद उनकी राजनीतिक पारी से जुड़े सवाल पर राहुल ने कहा, ‘हिंसा आपसे कोई चीज नहीं छीन सकती.. मेरे पिता मुझमें जिंदा हैं… मेरे पिता मेरे जरिये बात कर रहे हैं।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पुडुचेरी में मछुआरों को संबोधित करते हुए सरकार से उनके लिए अलग मंत्रालय की मांग की।
गांधी ने मछुआरा समुदाय के लोगों के साथ संवाद करने के बाद भारतीदासन राजकीय महिला महाविद्यालय की छात्राओं के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियो से कहा कि वे उन्हें ‘सर’ कह कर नहीं बल्कि राहुल कह कर संबोधित करें। हालांकि ज्यादातर विद्यार्थियो ने उन्हें राहुल ‘अन्ना’(बड़े भाई) के रूप में संबोधित किया।
जब उनसे गर्ल फ्रेंड के बारे में फिर सवाल किया गया तो राहुल ने कहा, हम इसे किसी और दिन के लिए छोड़ देते हैं। एक छात्रा ने कहा कि वह इंजीनियरिंग का कोर्स नहीं कर पा रही है जबकि उसे यह काफी पसंद है। इस पर राहुल ने छात्रा को अपना सपना पूरा करने की सलाह दी और मदद का आश्वासन दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर वह चाहेगी तो वह उसके माता-पिता से बात करेंगे। ज्यादातर दलों ने राजीव गांधी हत्या मामले के सात दोषियों की रिहाई का समर्थन किया है लेकिन तमिलनाडु कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।
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