नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने नेताओं के हेट स्पीच को लेकर काफी सॉफ्ट रहती है।
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि भाजपा के नेताओं के नफरत भरे भाषण की बात जब आती है तो उनका पूरी तरह से अलग पैमाना हो जाता है. हिलाल लोन एक भाषण देते हैं और उनके खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज कर लिया जाता है।

जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में पिछले साल जिला विकास परिषद चुनावों के दौरान एक रैली में कथित तौर पर ‘‘घृणास्पद भाषण’’ देने के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत नेकां के नेता हिलाल लोन को गिरफ्तार किये जाने के बाद उमर अब्दुल्ला का यह बयान आया है।
The BJP has a completely different standard when it comes to hate speech from its own leaders. They can call for hands to be cut off, people to be murdered & it’s fine. Hilal Lone makes a speech & anti-terror laws are used to book him. https://t.co/L6ydSTZdI8
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 16, 2021
लोन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर भाजपा के मंत्रियों, सांसदों और इसके आईटी सेल के सदस्यों पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ सांप्रदायिक जुनून भड़काने के लिए मामला दर्ज किए जाने लगें तो देश की जेलों में जगह नहीं बचेगी।
GOI continues to shamelessly book Kashmiri mainstream leaders under UAPA for ‘hate speech’. The truth is that there wont be enough room in Indian prisons if their own ministers, lawmakers & noxious IT Cell were brought to book for inciting communal passions against minorities https://t.co/7XXGQi23AF
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 16, 2021
टाइम्स नाउ के मुताबिक पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिलाल अकबर लोन को कल (14 फरवरी) श्रीनगर में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था. उसके बाद बांदीपोरा जिले के हाजिन इलाके में पुलिस ने उसे पिछले साल दिसंबर में हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों के दौरान हेट स्पीच देने के लिए गिरफ्तार किया.
बता दें 5 अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के हिलाल अकबर लोन को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत हिरासत में रखा गया था.
दस महीने बाद जून 2020 को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत उनकी हिरासत अवधि खत्म कर दी गई थी। पिछले साल 25 दिसंबर को डीडीसी चुनाव के नतीजे घोषित होने के दो दिन बाद हिलाल को फिर से हिरासत में ले लिया गया था। उनके पिता मुहम्मद अकबर लोन ने द वायर को बताया, ‘उन्हें तब हिरासत में लिया गया, जब वह श्रीनगर से सोनवारी के नदखई में अपने घर जा रहे थे।’
अकबर के अनुसार, उन्हें 15 फरवरी की शाम को हाजिन पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित किए जाने से पहले दो महीने से अधिक समय तक एमएलए होस्टल में हिरासत में रखा गया था।
सांसद ने कहा कि उनके बेटे को हिरासत में लिया गया है क्योंकि उसने डीडीसी चुनावों के दौरान भाषण दिया था. उन्होंने कहा, ‘उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं. उनके भाषण में उत्तेजक या देशद्रोही कुछ भी नहीं था।’
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बांदीपोरा, राहुल मलिक ने कहा कि उन्हें विभिन्न समुदायों के बीच नफरत पैदा करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
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