केरल में सभी 140 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो गई हैं। वामपंथी गठबंधन लेफ्ट डेमोक्रटिक फ्रंट (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के बीच मुकाबला होता दिख रहा हैं। इसी दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का सबरीमाला मंदिर को लेकर बयान आया हैं। जिससे देश की सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ हैं। उन्होंने कहा कि भगवान् अय्यप्पा के सभी श्रद्धालु और देवी, देवता सीपीआईएम के साथ हैं।
अब राजनितिक हलकों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि नास्तिकता का पाठ पढ़ाने वाली लेफ्ट पार्टियों को भगवान याद आ रहें हैं।

वहीं नेता प्रतिपक्ष और कॉन्ग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि LDF को सबरीमाला में प्रतिष्ठित भगवान अय्यप्पा और उनके भक्तों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने LDF पर सबरीमाला के श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि चुनाव जीतने के लिए नास्तिक विजयन अब सबरीमाला और श्रद्धालुओं की बातें कर रहे हैं। भाजपा शुरू से सबरीमाला मामले में श्रद्धालुओं के साथ है।
अब पिनराई विजयन कह रहे हैं कि भगवान उनके साथ होते हैं, जो जनता का अच्छा करते हैं। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने कहा कि एक भी श्रद्धालु सीएम विजयन पर विश्वास नहीं करेगा। विपक्षी नेताओं ने पूछा कि नास्तिक महिलाओं को मंदिर के भीतर क्यों भेजा गया? उनका पूछना है कि जब केरल की सरकार को सुप्रीम कोर्ट में डाली गई एफिडेविट को वापस लेने को कहा गया था, तब उसकी तरफ से नकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी।
#ExpressFrontPage | Referring to the Sabarimala issue, Vijayan said that the deity at Sabarimala, “Ayyappa, and the legion of Devas are with the LDF because this Government stood with the people in crisis”.https://t.co/xx5el71nYN
— The Indian Express (@IndianExpress) April 7, 2021
मई 2016 में जब पिनराई विजयन को केरल सीएम के रूप में चुना गया था, तब उनकी पत्नी कमला विजयन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि न ही वो और ना उनके पति ईश्वर में विश्वास रखते हैं। हालाँकि, उन्होंने बताया था कि विजयन की माँ एक ‘सच्ची आस्तिक’ थीं। बकौल कमला विजयन, वो या उनके पति कभी मंदिर नहीं जाते हैं और न ही ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा था कि वो सिर्फ अच्छे कर्म में विश्वास रखते हैं।
