सपा संरक्षक मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने राममंदिर निर्माण के लिए शनिवार को 11 लाख रुपए का चंदा दिया। लेकिन अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। चंदा के बहाने एक बार फिर सबकी निगाहें अपर्णा यादव पर टिकी हैं। मिशन 2022 के लिए चुनावी तैयारी में जुटी भाजपा के लिए एक राजनीतिक संदेश भी साबित हो सकता है।
जीवनी

अपर्णा बिष्ट यादव उत्तर प्रदेश में एक सक्रिय राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा वह पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की बहू है। 2011 में मुलायम के बेटे प्रतीक यादव से उनकी शादी हुई। उन्होंने लखनऊ कैंट से 2017 विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ा। वह bAware के नाम से एक संगठन चलाती है, वह विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के प्रति काम कर रही है। अपर्णा ने महिलाओं से संबंधित मुद्दों के प्रति महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
निजी जीवन
पूरा नाम
अपर्णा यादव
जन्म तिथि
01 Jan 1990
पार्टी का नाम
Samajwadi Party
शिक्षा
परास्नातक
व्यवसाय
सामाजिक कार्यकर्ता
पिता का नाम
अरविंद सिंह बिष्ट
जीवनसाथी का नाम
प्रतीक यादव
जीवनसाथी का व्यवसाय
व्यावसायी
बेटी
1
प्रांत प्रचारक #राष्ट्रीय_स्वयंसेवक_संघ सेवक संघ अवध प्रांत श्रीमान कौशलजी की उपस्थिति में मैंने अपने और अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग से #श्री रामजन्मभूमिमंदिरनिर्माण हेतु #समर्पण निधि अभियान में 11 लाख 11,000 धनराशि का योगदान दिया।@AvdheshanandG @narendramodi @DrMohanBhagwat ji. pic.twitter.com/9nZxs84rhV
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) February 19, 2021
रोचक तथ्य
उन्होंने मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री पूरी की। उन्होंने भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में नौ वर्षों तक शास्त्रीय संगीत में औपचारिक शिक्षा ग्रहण की है। वह ठुमरी की कला में विशिष्ट है। 2014 में जब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की प्रशंसा की थी तब वे लाइमलाइट में आयी थीं।
अखिलेश का बीजेपी पर हमला
अर्पणा यादव के राम मंदिर निर्माण में चंदा देने पर अखिलेश ने बीजेपी पर तंज किया कि अवसर ढूंढ़ने वालों ने आपदा में अवसर ढूंढ़ लिया है। भाजपा को क्या दक्षिणा स्वीकार नहीं है। हम राम मंदिर के लिए दक्षिणा दे रहे। वहीं श्रीधरन के पार्टी जॉइन करने पर अखिलेश यादव ने कहा कि वो पार्टी जॉइन करने के बाद लखनऊ आएं और गोरखपुर में जल्द मेट्रो बनवाएं क्योंकि मुख्यमंत्री जी ने पहले साल में गोरखपुर में मेट्रो चलाने का वादा किया था, जो वो पूरा नहीं कर पाए।
अपनी इच्छा से दिया दान
इस मौके पर अर्पणा यादव ने कहा कि हम वर्तमान और भविष्य हैं। मैंने अपनी इच्छा से दान दिया है। मैं अपने परिवार द्वारा लिए फैसलों की जिम्मेदारी नहीं ले सकती। मेरा मानना है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को रामभक्त होना चाहिए।
नए मॉडल के साथ बनेगा मंदिर
मौजूदा वक्त में राम मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है और गर्भ गृह के पास से मिट्टी हटाने का काम हो रहा है। बता दें कि मंदिर का निर्माण नए डिजाइन लेकिन पुरानी पद्धति से ही किया जाएगा।
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